Teachers' Day Speech for Students in Hindi
Speech 2:
शिक्षक दिवस पर मेरे सारे सहपाठियों और सारे शिक्षको को मेरा हार्दिक अभिनन्दन |
मैं शिक्षक दिवस के संदर्ब में बहुत ही महत्व पूर्ण बात कहने जा रहा हूँ|
एक अच्छा शिल्पकार किसी भी प्रकार के पत्थरों को ताश कर उसे सुन्दर आकृति का रूप दे देता है | किसी भी सुन्दर मूर्ति को तराशने में शिल्पकार की बहुत बड़ी भूमिका होती है | इसी प्रकार एक अच्छा कुम्भार वही होता है जो गीली मिटटी को सही आकार जकर प्रदान कर उसे समाज के लिएए उपयोगी बर्तन अथवा एक सुन्दर मूर्ती का रूप दे देता है | यदि शिल्पकार और कुम्भार द्वारा तैयार की गयी मुत्य एवं बर्तन सुन्दर नहीं हैं तो वह जिस स्थान पे रखे उस स्थान को और
अधिक विकृत स्वरुप ही प्रधान करेंगे | शिल्पकार एवं कुम्भार की भाँती ही स्कूलों में शिक्षकों को यह प्रथम दायित्व एवं कर्त्तव्य है की वह अपने यहां अध्ययनरत सभी बच्चों को इस प्रकार सेव सवारें और सजाएं की उनके द्वारा शिखित किये गए सभी बच्चे 'विश्व का प्रकाश' बनकर सारे विश्व को अपनी रौशनी से प्रकाशित कर सकें | इस प्रकार शिखक उस शिल्पकार या कुम्भार की भाँती होता है जो प्रत्येक बालक को समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप, एक सुंदरव का रूप प्रदान कर, उसे 'समाज का प्रकाश' अथवा उसे विकृत रूप प्रदान कर 'समाज का अन्धकार' बना सकता है |
पर हम बहुत ही भाग्यशाली हैं के हमें ऐसे शिखक मिले जो हमें सही दिशा के ओर ले जा रहे हैं | इन्होने हममे इस काबिल बनाया के हम दुनिया के आगे अपना सर ऊंचा कर के जी सकें| उन्होंने सिर्फ शिक्षा नहीं दी शिक्षा से बहुत बढ़कर खाया है | ऐसे महान शिक्षकों का मैं बहुत बहुत आभारी हूँ | उन्हें अपना सर झुका कर शुक्रिया करता हूँ | शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुबकामनाएं |